AI और ऑटोमेशन का युग: 2026 तक भारत के नौकरी बाजार में आने वाले बड़े बदलाव

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन अब सिर्फ भविष्य की बातें नहीं रहीं, बल्कि ये भारत के नौकरी बाजार को तेजी से बदल रहे हैं। 2026 तक भारत में रोजगार की दिशा, मांग और अवसर पूरी तरह नए रूप में दिखाई देंगे। जहां कुछ पारंपरिक नौकरियां खत्म होंगी, वहीं AI, डेटा एनालिटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, और डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में लाखों नए अवसर पैदा होंगे।
AI और ऑटोमेशन का तेजी से बढ़ता प्रभाव
भारत दुनिया का सबसे तेजी से डिजिटल रूप से बदलने वाला देश बन चुका है। कंपनियां अपने उत्पादन और सेवाओं में ऑटोमेशन और मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग कर रही हैं। मैनुअल प्रोसेस की जगह अब AI आधारित टूल्स ले रहे हैं, जो कम समय में अधिक काम कर रहे हैं खासकर मैन्युफैक्चरिंग, बैंकिंग, हेल्थकेयर और आईटी सेक्टर में इसका असर स्पष्ट रूप से दिख रहा है। इस बदलाव का सीधा असर नौकरियों के प्रकार पर पड़ रहा है — अब वही लोग आगे बढ़ेंगे जो डिजिटल और टेक्नोलॉजी स्किल्स में मजबूत होंगे।
कौन-सी नौकरियां घटेंगी, कौन-सी बढ़ेंगी?
AI के बढ़ते प्रयोग से कुछ पारंपरिक जॉब्स कम होती जाएंगी —
डेटा एंट्री ऑपरेटर, कॉल सेंटर एग्जीक्यूटिव, और क्लेरिकल वर्कर जैसी नौकरियां धीरे-धीरे घट सकती हैं। वहीं, AI डेवलपर, डेटा साइंटिस्ट, साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट, और रोबोटिक्स इंजीनियर जैसी नौकरियों की मांग तेजी से बढ़ेगी।एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2026 तक लगभग 25–30 लाख नई नौकरियां सिर्फ टेक और डिजिटल क्षेत्रों में पैदा होंगी।
भारतीय कंपनियों की नई रणनीति
2025–26 तक भारत की अधिकांश बड़ी कंपनियां AI-संचालित वर्कफोर्स मॉडल अपना रही हैं। कई कंपनियां कर्मचारियों को AI टूल्स पर री-स्किलिंग (Reskilling) के लिए ट्रेनिंग दे रही हैं। स्टार्टअप इकोसिस्टम भी तेजी से AI आधारित बिज़नेस मॉडल अपना रहा है। सरकार ने भी “डिजिटल स्किल इंडिया मिशन” जैसे कार्यक्रमों के ज़रिए युवाओं को नई तकनीकों के लिए तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
युवाओं के लिए अवसर
भारत में 60% से अधिक आबादी युवा है, जो इसे तकनीकी बदलावों का सबसे बड़ा लाभार्थी बनाती है अगर युवा आज से ही AI, डिजिटल मार्केटिंग, डाटा एनालिटिक्स, UX/UI डिजाइन या ऑटोमेशन टूल्स जैसी स्किल्स सीखना शुरू कर दें, तो वे आने वाले जॉब मार्केट में शीर्ष पर रह सकते हैं। इसके अलावा, फ्रीलांसिंग और रिमोट वर्क कल्चर ने भी युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने के नए रास्ते दिए हैं।
सरकार और उद्योग जगत की भूमिका
भारत सरकार ने “AI for All” और “Digital India” जैसी पहल शुरू की हैं, जिनका उद्देश्य भारत को AI-Driven Economy बनाना है। शिक्षा संस्थानों में अब AI और मशीन लर्निंग के कोर्सेस शामिल किए जा रहे हैं। वहीं, उद्योग जगत लगातार नवाचार और स्टार्टअप्स को बढ़ावा दे रहा है ताकि भारत वैश्विक टेक सेंटर बन सके।